Saturday, August 29, 2009

ज्योतिष मार्गदर्शन

मित्रो अगर आप कोई भी चीज से परेशां हे और नोकरी में दिक्कत रही हे व्यापर मंदा हे या कोई भी और समस्या हे तो आप कृपया अपनी बर्थ डिटेल ( जन्मा तारीख, जन्मा समय, जन्म स्थल और हो शके तो आपका पुरा नाम और कांटेक्ट नम्बर और मेल आयडी अवश्य दे ) हम अपने ज्ञान से आपको सहाय करने की पुरी कोशिस करेगे और हा साथ में अपने पुरे सवाल लिखना भूले..............रूशी पंड्या



Monday, August 24, 2009



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Sunday, August 23, 2009

पितृ श्राद्ध में क्या करे की अपने पित्तारो को तृप्ति मिले

१.... पितृश्राद्ध के दिनों में पीपल के वृक्ष को रोज जल चढाये साथ में हो शके तो ॐ श्री पित्रुदेवाय नमः यह मंत्र अवश्य बोले ...

२... पिंडदान करो , गया तीर्थ में जा कर पितृ तर्पण करो

३... गरुड़ पूरण में दिए गए पितृ स्तोत्र का १६ दिनों तक नित्य पाठ करे

४... नित्य कौवे को खीर और पुरी का भोग लगाये

५... घर में पानी रखने के स्थान पर रोज सुबह शाम एक दीपक पित्रुओ के नम से जलाये और पितृ ओ से अपनी कामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करे ...

६... भादो महीने की अमावश्या के दिन पुरुषों को दूध में जल एवं काले तिल दल करे पीपल को अर्पण करना चाहिए की , पित्रुओ को शीघ्र तृप्ति मिल जाती हे यह भी एक मान्यता हे

पाठक वर्ग हो शके तो यह मार्ग अपना कर भी अपने पितृदोष को कुछ हद तक कम कर शकते हे............ मेरी शुभकामना आपके शाथ हे ........


॥ श्री यन्त्र ॥
श्री सूक्तं एवं श्री पुरूष सूक्तं एक सर्व श्रेष्ठ मार्ग हे शुख प्राप्ति का क्या आप जानते हे तो आप केसे करे यह उपासनाआईये हम कुछ जानकारी लेते हे ।

प्रथम तो आपको एक श्री यन्त्र जो संपूर्ण हो उसे पुरी वेदोक्त रीती से सिद्ध करवाना हे जेसे की उस श्री यन्त्र को प्रथमशुद्ध अवस्था में गंगाजल में दिन तक रखे बाद में उसे आप शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा करे बाद में उस पर लक्ष्मीके मूल मंत्र का सवालाख जप का अनुष्टान करे
(
मन्त्र: श्रीम रिम श्रीम कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीम रिम श्रीम महालक्ष्मेय नमः )
जब यह मंत्र का अनुस्तान पूर्ण हो जाए तब बाद में श्री सूक्तं के १००८ स्तोत्र करे , बादमें लक्ष्मी अष्टक के ५०१ स्तोत्र करे बाद में श्री पुरूष सूक्तं के १०८ स्तोत्र कर , यह संपूर्ण विधि के बाद इसके समीपयह सभी मंत्र-स्तोत्र के दशांश मतलब ( दशमे भाग की) आहुति दे , बाद में ये यन्त्र आपको सिद्धि देने को समर्थ होजाएगा
तो आप यह विधि से अपना श्री यन्त्र तैयार करे और लाभ उठाये
क्या आप जानते हे की ज्योतिष के पास भी स्वाइन फ्लू से बच ने के लिए उपाय हे जो उपाय करके आप शभी आनेवालेरोग से रक्षण ले शकते हे अगर आप से हो शके तो निचे दिए गए मन्त्र को प्रति दिन ३६ बार सुबह शाम करे ...

- ॐ गम गणपतये नमः

- रोगानशेसा नपहंशीतुष्टा रुष्टातू कामान सकलानभिस्तान
त्वमाश्रीतानाम नाविप्पनारानाम त्वामाश्रिता ह्याश्रयातम प्रयान्ति :

- जयंती मंगला कलि भद्रकाली कपाली नि
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ...

- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे शुगंधिम पुष्टि वर्धनम
उर्वरुक्मेव बंधनान म्रुत्योन्म्रुक्षिय मामृतात ...

- ॐ नमः शिवाय : ( एक माला अवश्य करे )


Saturday, August 22, 2009

ASTROWORLD

मुद्रा एस्ट्रो