१.... पितृश्राद्ध के दिनों में पीपल के वृक्ष को रोज जल चढाये साथ में हो शके तो ॐ श्री पित्रुदेवाय नमः यह मंत्र अवश्य बोले ...
२... पिंडदान करो , गया तीर्थ में जा कर पितृ तर्पण करो
३... गरुड़ पूरण में दिए गए पितृ स्तोत्र का १६ दिनों तक नित्य पाठ करे
४... नित्य कौवे को खीर और पुरी का भोग लगाये
५... घर में पानी रखने के स्थान पर रोज सुबह शाम एक दीपक पित्रुओ के नम से जलाये और पितृ ओ से अपनी कामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करे ...
६... भादो महीने की अमावश्या के दिन पुरुषों को दूध में जल एवं काले तिल दल करे पीपल को अर्पण करना चाहिए की , पित्रुओ को शीघ्र तृप्ति मिल जाती हे यह भी एक मान्यता हे
पाठक वर्ग हो शके तो यह मार्ग अपना कर भी अपने पितृदोष को कुछ हद तक कम कर शकते हे............ मेरी शुभकामना आपके शाथ हे ........
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