Sunday, August 23, 2009

॥ श्री यन्त्र ॥
श्री सूक्तं एवं श्री पुरूष सूक्तं एक सर्व श्रेष्ठ मार्ग हे शुख प्राप्ति का क्या आप जानते हे तो आप केसे करे यह उपासनाआईये हम कुछ जानकारी लेते हे ।

प्रथम तो आपको एक श्री यन्त्र जो संपूर्ण हो उसे पुरी वेदोक्त रीती से सिद्ध करवाना हे जेसे की उस श्री यन्त्र को प्रथमशुद्ध अवस्था में गंगाजल में दिन तक रखे बाद में उसे आप शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा करे बाद में उस पर लक्ष्मीके मूल मंत्र का सवालाख जप का अनुष्टान करे
(
मन्त्र: श्रीम रिम श्रीम कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीम रिम श्रीम महालक्ष्मेय नमः )
जब यह मंत्र का अनुस्तान पूर्ण हो जाए तब बाद में श्री सूक्तं के १००८ स्तोत्र करे , बादमें लक्ष्मी अष्टक के ५०१ स्तोत्र करे बाद में श्री पुरूष सूक्तं के १०८ स्तोत्र कर , यह संपूर्ण विधि के बाद इसके समीपयह सभी मंत्र-स्तोत्र के दशांश मतलब ( दशमे भाग की) आहुति दे , बाद में ये यन्त्र आपको सिद्धि देने को समर्थ होजाएगा
तो आप यह विधि से अपना श्री यन्त्र तैयार करे और लाभ उठाये

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