Saturday, December 26, 2009
Sunday, December 13, 2009
क्या आप धन की बचत नहीं कर पाते ?
धनदायक लक्ष्मी कुबेर यन्त्र का पूजन करे और अपने मनोकामना पूर्णकरे
प्रथम श्री लक्ष्मी कुबेर यन्त्र को वेद की दीक्षा लिया हुए पंडित से संपूर्ण मंत्रो से चैतन्य युक्त करवा ले मंत्र की संख्या कमसे कम ( सवा लाख ) होनी चाहिए, उसके बाद शुक्ला पक्ष की सप्तमी के दिन शाम के ६-३० से ०७-०० बजे के बिच में घर के इशान कोने में पूर्व या उत्तर में उनी आशन बिछाकर बैठे और यह मंत्र से चैतन्य युक्त श्री लक्ष्मी कुबेर यंत्र को अपने सामने लाल वस्त्र पर स्थापन करे बाद में एक शुद्ध घी का दीपक जलाये और हो शके तो धुप भी जलाये, बाद में एक हाथ में थोड़ा जल ले कर धन प्राप्ति के उद्येश के साथ संकल्प करे बाद में प्रथम पूज्य श्री गणेशजी का मंत्र " ॐ गंग गणपतये नमः २१ बार करे
अब सर्वप्रथम धनप्रदायिनी महालक्ष्मी की पूजा करे और निचे दिए गए मंत्र की स्फटिक की माला से एक माला जप करे ....
मंत्र: ॐ महादेव्ये च विद्महे विष्णु पत्नये च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात ....
महालक्ष्मी के पूजन के बाद धन को आपके घर में स्थाई करने लिए धन को संग्रह करने वाले देव श्री कुबेर का पूजन करे और निचे दिए गए मंत्र की एक माला करे
मंत्र: ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः
धनदायक लक्ष्मी कुबेर यन्त्र का पूजन करे और अपने मनोकामना पूर्णकरे
प्रथम श्री लक्ष्मी कुबेर यन्त्र को वेद की दीक्षा लिया हुए पंडित से संपूर्ण मंत्रो से चैतन्य युक्त करवा ले मंत्र की संख्या कमसे कम ( सवा लाख ) होनी चाहिए, उसके बाद शुक्ला पक्ष की सप्तमी के दिन शाम के ६-३० से ०७-०० बजे के बिच में घर के इशान कोने में पूर्व या उत्तर में उनी आशन बिछाकर बैठे और यह मंत्र से चैतन्य युक्त श्री लक्ष्मी कुबेर यंत्र को अपने सामने लाल वस्त्र पर स्थापन करे बाद में एक शुद्ध घी का दीपक जलाये और हो शके तो धुप भी जलाये, बाद में एक हाथ में थोड़ा जल ले कर धन प्राप्ति के उद्येश के साथ संकल्प करे बाद में प्रथम पूज्य श्री गणेशजी का मंत्र " ॐ गंग गणपतये नमः २१ बार करे
अब सर्वप्रथम धनप्रदायिनी महालक्ष्मी की पूजा करे और निचे दिए गए मंत्र की स्फटिक की माला से एक माला जप करे ....
मंत्र: ॐ महादेव्ये च विद्महे विष्णु पत्नये च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात ....
महालक्ष्मी के पूजन के बाद धन को आपके घर में स्थाई करने लिए धन को संग्रह करने वाले देव श्री कुबेर का पूजन करे और निचे दिए गए मंत्र की एक माला करे
मंत्र: ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः
Tuesday, October 13, 2009
दीपावली पूजन
आप सभी वाचको को मेरी और से शुभ दीपावली, क्या आप दीपावली पर कोई पूजन करते हे ? और अगर नहीकरते तो कृपया निचे दिए गए संक्षिप्त पूजन करके अपने दीपावली शुभ बनाये ......
धनत्रयोदशी : यह दिन अपने घर में धन और गहनों की पूजा करनी हे और हो शके तो सिद्ध धनदा यन्त्र कीस्थापना करे और माता महा लक्ष्मी का मूल मंत्र की माला करनी हे .....
मंत्र: ॐ श्रीम रिम श्रीम कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीम रिम श्रीम महालाक्ष्मेय नमः
धनदा यंत्र का मंत्र: ॐ नमो धनदाये स्वाहा ( ११ माला )
आज के दिन हो शके तो धन्वन्तरी भगवन का भी पूजन करे जिसे आपके पुरे साल भर संपूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्तिहो और सेहत एकदम ठीक रहे ......
दीपावली पूजन: यह दिन शाम के बाद महा निशा कल सुरु होता हे यहाँ श्री लक्ष्मी गणेश की पूजा का बड़ा महत्त्वहे , कृपया पाठक गन हो शके तो इस रात को संपूर्ण सिद्ध श्री लक्ष्मी गणेश यन्त्र का स्थापन करे और उस पर श्रीलक्ष्मी गणेश मंत्र का जप करे
मंत्र: ॐ श्रीम गंग सोम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा (७ माला)
यह पूजन से व्यापर वृद्धि अवश्य होती हे और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त होती हे .............
आगे की पोस्ट को पढ़नेके लिए यहाँ निचे लिखा हे"Order Post " पर क्लिक करे ..
धनत्रयोदशी : यह दिन अपने घर में धन और गहनों की पूजा करनी हे और हो शके तो सिद्ध धनदा यन्त्र कीस्थापना करे और माता महा लक्ष्मी का मूल मंत्र की माला करनी हे .....
मंत्र: ॐ श्रीम रिम श्रीम कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीम रिम श्रीम महालाक्ष्मेय नमः
धनदा यंत्र का मंत्र: ॐ नमो धनदाये स्वाहा ( ११ माला )
आज के दिन हो शके तो धन्वन्तरी भगवन का भी पूजन करे जिसे आपके पुरे साल भर संपूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्तिहो और सेहत एकदम ठीक रहे ......
दीपावली पूजन: यह दिन शाम के बाद महा निशा कल सुरु होता हे यहाँ श्री लक्ष्मी गणेश की पूजा का बड़ा महत्त्वहे , कृपया पाठक गन हो शके तो इस रात को संपूर्ण सिद्ध श्री लक्ष्मी गणेश यन्त्र का स्थापन करे और उस पर श्रीलक्ष्मी गणेश मंत्र का जप करे
मंत्र: ॐ श्रीम गंग सोम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा (७ माला)
यह पूजन से व्यापर वृद्धि अवश्य होती हे और सामाजिक प्रतिष्ठा प्राप्त होती हे .............
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Wednesday, October 7, 2009
ज्योतिष मार्गदर्शन
मित्रो अगर आप कोई भी चीज से परेशान हे और नोकरी में दिक्कत आ रही हे व्यापर मंदा हे या कोई भी और समस्या हे तो आप कृपया अपनी बर्थ डिटेल ( जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थल और हो शके तो आपका पुरा नाम और कांटेक्ट नम्बर और मेल आयडी अवश्य दे ) हम अपने ज्ञान से आपको सहाय करने की पुरी कोशिस करेगे और हा साथ में अपने पुरे सवाल लिखना न भूले..............रूशी पंडया
Thursday, October 1, 2009
शरद पूर्णिमा
क्या करे शराद्पुर्निमा के दिन की आपको उस दिन का लाभ आने वाले कल में भी मिले
यह दिन रात को दूध और पोहा में चीनी मिला कर भिगो दे और ध्यान रहे की उसे सिर्फ़ चंद्रमा की रौशनी में कम से कम ४५ मिनिट रखे तब तक हो शके तो चंद्रमा के सामने बेठ कर ( ओम सोम सोमाय नमः ) मन्त्र की ११ माला करे बाद में चन्द्रमाको उस प्रसाद को ग्रहण करने को कहे और बादमे उसे ख़ुद और घर के सभी लोग ग्रहण आकरे तो यह एक सरल प्रयोग हे जिसे आप लाभ उठा शकते हे
यह दिन रात को दूध और पोहा में चीनी मिला कर भिगो दे और ध्यान रहे की उसे सिर्फ़ चंद्रमा की रौशनी में कम से कम ४५ मिनिट रखे तब तक हो शके तो चंद्रमा के सामने बेठ कर ( ओम सोम सोमाय नमः ) मन्त्र की ११ माला करे बाद में चन्द्रमाको उस प्रसाद को ग्रहण करने को कहे और बादमे उसे ख़ुद और घर के सभी लोग ग्रहण आकरे तो यह एक सरल प्रयोग हे जिसे आप लाभ उठा शकते हे
Friday, September 18, 2009
नवरात्री पूजन
'' जे माताजी '' यहशब्द हम अक्षर शबके मुह से सुनते हे, हां ये माँ दुर्गा के लिए हे जो हमे इस ९ दिनों में जो भी चाहेफल देती हे , लेकिन शर्त ये हे की माँ की उपासना पुरे मन से की जाए , अब सवाल ये हे की किस तरह की जाए माँका पूजन एक सीधी सादी रित में बताता हु जो सामान्य इन्सान कर शकता हे
सर्व प्रथम तो आप शनिवार मतलब प्रथम नवरात्री के दिन सुबह कलश की स्थपना करेके पूजन करे और माताजीके श्री दुर्गा के सप्त स्लोकी चंडीपाठ कम से कम ३ या ९ बार करे बाद में निचे दिए गए मंत्र की कम से कम ९ औरज्यादा से ज्यादा १०८ माला का अनुष्ठान करे और सुबह शाम माताजी की आरती करे , हो शके तो यह छोटी सीपूजा विधि करके भी माताजी का आशीष ले शकते हे
मंत्र: ॐ ऍम रिम कलीम चामुंडाये विच्ये ।
Tuesday, September 8, 2009
शनिदेव का राशिः परिवर्तन
श्री शनि देव सिंह राशिः से कन्या राशिः में आज प्रवेश कर रहे हे तो कोंसी राशिः के लोग क्या करे जिससे आनेवाले ढाई सालो में यह स्थिति का शुभ फल प्राप्त कर शके .....
१... मेष : आप हो शके तो श्री महा मृतुन्जय यन्त्र का विधि वत स्थापन कर के उसके मंत्र के जप नित्य करे
२... वृषभ: आप श्री महाकाल यन्त्र और सरस्वती यन्त्र का पूजन और मंत्र करके लाभ उठाये
३... मिथुन: आप श्री महालक्ष्मी जी के यन्त्र की पूजा करे जो लाभान्वित होंगे
४... कर्क: आप श्री देवी यन्त्र की स्थापना करके उसकी पूजा करे
५... सिंह: आप श्री सिद्ध धनदा यन्त्र को अपने पूजा स्थल में स्थापित करके उसका नित्य पूजन करे
६... कन्या: आप श्री शनि यन्त्र और श्री लक्ष्मी यन्त्र की साथ में पूजा करे लाभ की प्राप्ति होगी
७... तुला: आप श्री कुबेर यन्त्र की पूजा और द्रष्टि दोष नाशक प्रयोग अवश्य करे और लाभ उठाये
८... वृश्चिक : आप श्री सिद्ध शिव शक्ति यन्त्र को पूजास्थल में स्थापित करे और पूजन करके लाभ उठाये
९... धनु: आप श्री व्यापर वृद्धि यन्त्र और श्री रहू यन्त्र की एक साथ पूजा करे तो लाभान्वित होंगे...
१०... मकर: आप श्री भाग्योदय कवच धारण करे और धर्मं का प्रचार करे तो लाभान्वित होंगे
११... कुम्भ: आप श्री शनी कवच धारण करे और महा मृतुन्जय मंत्र का जप करे और लाभ उठाये
१२... मीन : आप श्री लक्ष्मी कवच धारण करे और श्री हनुमान जी को मंगलवार को प्रसाद चढाये
१... मेष : आप हो शके तो श्री महा मृतुन्जय यन्त्र का विधि वत स्थापन कर के उसके मंत्र के जप नित्य करे
२... वृषभ: आप श्री महाकाल यन्त्र और सरस्वती यन्त्र का पूजन और मंत्र करके लाभ उठाये
३... मिथुन: आप श्री महालक्ष्मी जी के यन्त्र की पूजा करे जो लाभान्वित होंगे
४... कर्क: आप श्री देवी यन्त्र की स्थापना करके उसकी पूजा करे
५... सिंह: आप श्री सिद्ध धनदा यन्त्र को अपने पूजा स्थल में स्थापित करके उसका नित्य पूजन करे
६... कन्या: आप श्री शनि यन्त्र और श्री लक्ष्मी यन्त्र की साथ में पूजा करे लाभ की प्राप्ति होगी
७... तुला: आप श्री कुबेर यन्त्र की पूजा और द्रष्टि दोष नाशक प्रयोग अवश्य करे और लाभ उठाये
८... वृश्चिक : आप श्री सिद्ध शिव शक्ति यन्त्र को पूजास्थल में स्थापित करे और पूजन करके लाभ उठाये
९... धनु: आप श्री व्यापर वृद्धि यन्त्र और श्री रहू यन्त्र की एक साथ पूजा करे तो लाभान्वित होंगे...
१०... मकर: आप श्री भाग्योदय कवच धारण करे और धर्मं का प्रचार करे तो लाभान्वित होंगे
११... कुम्भ: आप श्री शनी कवच धारण करे और महा मृतुन्जय मंत्र का जप करे और लाभ उठाये
१२... मीन : आप श्री लक्ष्मी कवच धारण करे और श्री हनुमान जी को मंगलवार को प्रसाद चढाये
Saturday, August 29, 2009
ज्योतिष मार्गदर्शन
मित्रो अगर आप कोई भी चीज से परेशां हे और नोकरी में दिक्कत आ रही हे व्यापर मंदा हे या कोई भी और समस्या हे तो आप कृपया अपनी बर्थ डिटेल ( जन्मा तारीख, जन्मा समय, जन्म स्थल और हो शके तो आपका पुरा नाम और कांटेक्ट नम्बर और मेल आयडी अवश्य दे ) हम अपने ज्ञान से आपको सहाय करने की पुरी कोशिस करेगे और हा साथ में अपने पुरे सवाल लिखना न भूले..............रूशी पंड्या
Sunday, August 23, 2009
पितृ श्राद्ध में क्या करे की अपने पित्तारो को तृप्ति मिले
१.... पितृश्राद्ध के दिनों में पीपल के वृक्ष को रोज जल चढाये साथ में हो शके तो ॐ श्री पित्रुदेवाय नमः यह मंत्र अवश्य बोले ...
२... पिंडदान करो , गया तीर्थ में जा कर पितृ तर्पण करो
३... गरुड़ पूरण में दिए गए पितृ स्तोत्र का १६ दिनों तक नित्य पाठ करे
४... नित्य कौवे को खीर और पुरी का भोग लगाये
५... घर में पानी रखने के स्थान पर रोज सुबह शाम एक दीपक पित्रुओ के नम से जलाये और पितृ ओ से अपनी कामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करे ...
६... भादो महीने की अमावश्या के दिन पुरुषों को दूध में जल एवं काले तिल दल करे पीपल को अर्पण करना चाहिए की , पित्रुओ को शीघ्र तृप्ति मिल जाती हे यह भी एक मान्यता हे
पाठक वर्ग हो शके तो यह मार्ग अपना कर भी अपने पितृदोष को कुछ हद तक कम कर शकते हे............ मेरी शुभकामना आपके शाथ हे ........
२... पिंडदान करो , गया तीर्थ में जा कर पितृ तर्पण करो
३... गरुड़ पूरण में दिए गए पितृ स्तोत्र का १६ दिनों तक नित्य पाठ करे
४... नित्य कौवे को खीर और पुरी का भोग लगाये
५... घर में पानी रखने के स्थान पर रोज सुबह शाम एक दीपक पित्रुओ के नम से जलाये और पितृ ओ से अपनी कामना की पूर्ति के लिए प्रार्थना करे ...
६... भादो महीने की अमावश्या के दिन पुरुषों को दूध में जल एवं काले तिल दल करे पीपल को अर्पण करना चाहिए की , पित्रुओ को शीघ्र तृप्ति मिल जाती हे यह भी एक मान्यता हे
पाठक वर्ग हो शके तो यह मार्ग अपना कर भी अपने पितृदोष को कुछ हद तक कम कर शकते हे............ मेरी शुभकामना आपके शाथ हे ........
॥ श्री यन्त्र ॥
श्री सूक्तं एवं श्री पुरूष सूक्तं एक सर्व श्रेष्ठ मार्ग हे शुख प्राप्ति का क्या आप जानते हे तो आप केसे करे यह उपासनाआईये हम कुछ जानकारी लेते हे । प्रथम तो आपको एक श्री यन्त्र जो संपूर्ण हो उसे पुरी वेदोक्त रीती से सिद्ध करवाना हे जेसे की उस श्री यन्त्र को प्रथमशुद्ध अवस्था में गंगाजल में ३ दिन तक रखे बाद में उसे आप शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा करे बाद में उस पर लक्ष्मीके मूल मंत्र का सवालाख जप का अनुष्टान करे
( मन्त्र: ॐ श्रीम रिम श्रीम कमले कमलालये प्रसिद प्रसिद श्रीम रिम श्रीम महालक्ष्मेय नमः )
जब यह मंत्र का अनुस्तान पूर्ण हो जाए तब बाद में श्री सूक्तं के १००८ स्तोत्र करे , बादमें लक्ष्मी अष्टक के ५०१ स्तोत्र करे बाद में श्री पुरूष सूक्तं के १०८ स्तोत्र कर , यह संपूर्ण विधि के बाद इसके समीपयह सभी मंत्र-स्तोत्र के दशांश मतलब ( दशमे भाग की) आहुति दे , बाद में ये यन्त्र आपको सिद्धि देने को समर्थ होजाएगा
तो आप यह विधि से अपना श्री यन्त्र तैयार करे और लाभ उठाये
क्या आप जानते हे की ज्योतिष के पास भी स्वाइन फ्लू से बच ने के लिए उपाय हे जो उपाय करके आप शभी आनेवालेरोग से रक्षण ले शकते हे अगर आप से हो शके तो निचे दिए गए मन्त्र को प्रति दिन ३६ बार सुबह शाम करे ...
- ॐ गम गणपतये नमः
- रोगानशेसा नपहंशीतुष्टा रुष्टातू कामान सकलानभिस्तान
त्वमाश्रीतानाम नाविप्पनारानाम त्वामाश्रिता ह्याश्रयातम प्रयान्ति :
- जयंती मंगला कलि भद्रकाली कपाली नि
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ...
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे शुगंधिम पुष्टि वर्धनम
उर्वरुक्मेव बंधनान म्रुत्योन्म्रुक्षिय मामृतात ...
- ॐ नमः शिवाय : ( एक माला अवश्य करे )
- ॐ गम गणपतये नमः
- रोगानशेसा नपहंशीतुष्टा रुष्टातू कामान सकलानभिस्तान
त्वमाश्रीतानाम नाविप्पनारानाम त्वामाश्रिता ह्याश्रयातम प्रयान्ति :
- जयंती मंगला कलि भद्रकाली कपाली नि
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते ...
- ॐ त्र्यम्बकं यजामहे शुगंधिम पुष्टि वर्धनम
उर्वरुक्मेव बंधनान म्रुत्योन्म्रुक्षिय मामृतात ...
- ॐ नमः शिवाय : ( एक माला अवश्य करे )
Saturday, August 22, 2009
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